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कमलक फूल सन हमर धीया छथि / मैथिली लोकगीत
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मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
कमलक फूल सन हमर धीया छथि
यौ बच्चा के बाबू
जोहि लेला धीया के खबास
चलहु के बेर अहाँ घर के नहि देखलौं
धीया आगू दीया केर नहि काज
यौ बच्चा के बाबू
आनि दीअ जहर माहुर खाय मरब हम
हति लेब अपन प्राण यौ बच्चा के बाबू