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ककरा संग खेलब ऋतु वसन्त / मैथिली लोकगीत
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मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
ककरा संग खेलब ऋतु वसन्त
निरायल फागुन दूर बसु कन्त
उड़ि-उड़ि कागा जाहु बिदेश
हमरो ललाजी के कहब उदेश
चोलिया एक पहु देल पठाय
चारु दिश हीरा-मोती लाल जड़ाय
चोलिया फाटल तारम्तार
विरह सताओल बारम्बार
सूरदास जे गाओल वसन्त
एहि जग बहुरी ने आयल कन्त