भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
सितत्तर / प्रमोद कुमार शर्मा
Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 23:31, 3 जुलाई 2014 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=प्रमोद कुमार शर्मा |संग्रह=कारो / ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
सेटलमेंट करणो जे बंद कर द्यै
आपणै समाज रा लोग
तो संवेदना रो कतल हुवणो बंद हूज्यै
सबद रा कारखाना आबाद हूज्यै
लोगां नैं हूज्यै आपरी पीढियां रो ग्यान
छंद कविता रा साथै याद हूज्यै।