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छत्तीस / प्रमोद कुमार शर्मा
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नजारा भोत है
सबद री मंडी मांय
-बंडी मांय
जे हुवै पावली
तो आपैई जंगळ-मंगळ करै
बडा-बडा दंगळ करै
पछाड़ द्यै दुसम्यां नैं
सबद
-खारा भोत है।