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ताप के ताए हुए दिन (कविता) / त्रिलोचन

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ताप के ताए हुए दिन ये

क्षण के लघु मान से

मौन नपा किए ।


चौंध के अक्षर

पल्लव-पल्लव के उर में

चुपचाप छपा किए ।


कोमलता के सुकोमल प्राण

यहाँ उपताप में

नित्य तपा किए ।


क्या मिला-क्या मिला

जो भटके-अटके

फिर मंगल-मंत्र जपा किए ।