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होली बी खेले ढप बी बजा / हरियाणवी
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हरियाणवी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
होली बी खेले ढप बी बजा कै गलियां में उडए गुलाल
कहियो मुरैटण तै होली खैलण आवै नवाब
हंसली घड़ावै फिरंगी को लड़को कठलो घड़ावै नवाब
कहियो मुरैटण तै होली खेलण आवै नवाब
ऐसी होली खेलो मिरगानैणी म्हारा साफा की रखियो लाज
कहियो मुरैटण तै होली खेलण आवै नवाब
लहंगो सिंवावै फिरंगी को लड़को स्यालू सिंवावै नवाब
कहियो मुरैटण तै होली खेलण आवै नवाब
बाजू घड़ावै फिरंगी को लड़को लूमा जड़ावै नवाब
ऐसी होली खेलो मिरगानैणी म्हारा साफा की रखियो ल्हाज