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कोई सात जणी पाणी जायं री / हरियाणवी

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कोई सात जणी पाणी जायं री कोई कुएं रही मंडलाए
री मनै बदो महीनो फागण को
एरी एरी कोई अगली के कांटो लागियो
फिर सातों रही मंडराए री मनै बदो महीनो फागण को
एरी एरी कैं तैरो कांटो काढियो कैं तेरो पकड़ो पांय
री मनै बदो महीनो फागण को
एरी एरी कोई नाई का ने कांटो काढियो मेरा देवर पकड़ो पांय
री मनै बदो महीनो फागण को
एरी एरी कोई नाई का ने देसो परगनो कोई देवर बहण ब्याह
री मनै बदो महीनो फागण को