भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

भोजन विधान / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’

Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:00, 8 अगस्त 2014 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’ |अनुवादक= |...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मिथिला प्रदेशमे बसनिहार
हम दालि भात नओ टा तरकारी खयनिहार,
तरूआ-भुजुआ, लटपटी-झोर, सन्ना-चोखा,
बड़ा-बड़ी तथा पापड़-अँचार
ककरो दर्जा नहि छोट पैध,
अपना अपनामे सब होइछ स्वादिष्ट परम,
सब रान्हि-बाटि लागय सँचार
पल्था लगाय बैसी, समान रूचिसँ पाबी भऽ निर्विकार।
छै किन्तु बनयबा केर सभक विधि भिन्न-भिन्न
कोनोमे गरम मसाला तँ कोनोमे सरिसो-आमिल
आ मेरिचाइ पुष्ट, कोनो बिनु घृतेँ न बनि पाबय,
कोनो सरिसोक शुद्धतेलहिमे चहटदार।
जँ भम्हुर आगिमे पका सकी तखने चोखा,
सन्नाक हेतु उसिनब आवश्यक होइत छै,
कोनहुमे पँचफोड़ना चाही, उड़ि चकर सुगन्ध
परोसियाकेर पनिछाय दैत छनि तुरत जीह,
आस्तित्व हमर सबसँ फराक
हम ऐंठ पात नहि चटनिहार
छी दालि भात नओटा तरकारी खयनिहार।
कोनो भनसीया बिनु हीङुक तरकारी करत
कदीमाकेर, तँ अपटु कहाओत मङनीमे,
कोबीक संग क्यौ कोना अदौडीकेँ फेंटत?
भाँटाक यार थिक मूर, अदौड़ी प्राण सखी
से किन्नहु कोबी संग न मेजन बनि सकैछ
छै स्वाद फराक जेना सबहुक तहिना
रन्हबाक विधानो छै भिन्ने प्रकार।
व्यक्तिक रूचि होइ छै अपन-अपन,
तेँ अपने रूचिहिक अनुपातेँ सब खइतो अछि,
तैयो सम्मिलिते रूप सभक कहबय सँचार
हम दालि भात नओटा तरकारी खयनिहार।
कबकब होइत अछि ओल तथा अरिकोंछ, मुदा
जम्बीरी नेबो गारि करी कबकबी दूर,
होइत अछि तीत करैल तथापि
बनय तकरे रूचिगर भरूआ,
पटुआक झोरमे फोड़न पड़य जमाइनिकेर
तँ चीखक इच्छा करथि जमाय मनाइनि करे।
भोजनमे जहिना षट्रस केर महत्त्व होइछ
काव्यहुमे नव रस आनन्दक उद्रेकक साधक तत्त्व होइछ।
जेँ पंच तत्त्वसँ हम सब देही छी तेँ पंच देवतोपासनाक
सब स्नेही छी
अछि यैह विविधता
भारतीय जीवनकेँ परिचित रखनिहार
हम दालि भात नओटा तरकारी खयनिहार।
वैयक्तिक रूचिमे भिन्नताक गुण
तँ सबमे नैसर्गिक अछि,
तैयो सबकेँ मिलले पर ई कहबय समाज,
नहि कतहु परस्पर अछि विरोध,
प्रतिशोधक चर्चो करब महाग अनर्गल थिक
तेँ स्वार्थक वश यदि क्यौ विरोध उत्पन्न करय
तँ तकरा मुँह पर सब मिलि कारिख पोतनिहार
हम दालिभात नओटा तरकारी खयनिहार।