कक्ष में कोख
बेजान कोई
बूझ सका न बुझ ने में पा सका
बुझे बिना
लगता है, नाल वही
लगता है, शरीर वही
लगता है, जान वही
अभी, अब नहीं
सफ़ेदा
दूसरी ओर से
कक्ष में कोख
बेजान कोई
बूझ सका न बुझ ने में पा सका
बुझे बिना
लगता है, नाल वही
लगता है, शरीर वही
लगता है, जान वही
अभी, अब नहीं
सफ़ेदा
दूसरी ओर से