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पैसा पैसा पैसा / कांतिमोहन 'सोज़'

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बचपन में एक नाटक में सुने गीत के आधार पर

पैसा पैसा पैसा

दरबार मैंने देखा
घरबार मैंने देखा
परिवार मैंने देखा
पर यार मैने देखा
बस पैसा पैसा पैसा ।
बस पैसा पैसा पैसा ।।

इनकार मैंने देखा
इक़रार मैंने देखा
इसरार मैंने देखा
पर यार मैने देखा
बस पैसा पैसा पैसा ।
बस पैसा पैसा पैसा ।।

ज़रदार मैंने देखा
नादार मैंने देखा
दिलदार मैंने देखा
पर यार मैने देखा
बस पैसा पैसा पैसा ।
बस पैसा पैसा पैसा ।।

इस पार मैंने देखा
उस पार मैंने देखा
मंझधार मैंने देखा
पर यार मैने देखा
बस पैसा पैसा पैसा ।
बस पैसा पैसा पैसा ।।

गुरुवार मैंने देखा
शनिवार मैंने देखा
इतवार मैंने देखा
पर यार मैने देखा
बस पैसा पैसा पैसा ।
बस पैसा पैसा पैसा ।।

एक बार मैंने देखा
दस बार मैंने देखा
सौ बार मैंने देखा
पर यार मैने देखा
बस पैसा पैसा पैसा ।
बस पैसा पैसा पैसा ।।

बस पैसा पैसा पैसा ।
बस पैसा पैसा पैसा ।।