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मैया शख बजत मिरदग आरती की बिरिया... / बुन्देली
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♦ रचनाकार: अज्ञात
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मैया शंख बजत मिरदंग आरती की बिरियां...
ढोल नगाड़े तुरही बाजे, बाजत ढप उर चंग
आरती की बिरियां। मैया...
झांझ खंजरी झूला तारे, झालर ढोलक संग
आरती की बिरियां। मैया...
डमरू श्रंगी उर रमतूला, धुन गूंजत तिरभंग
आरती की बिरियां। मैया...
शिव सनकादिक नारद विष्णु, रह गये ब्रह्मा संग
आरती की बिरियां। मैया...
सुर किन्नर गंधर्व अप्सरा, सबई इक रंग
आरती की बिरियां। मैया...