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ससरा अबोले, सासू अबोले / मालवी
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♦ रचनाकार: अज्ञात
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ससरा अबोले, सासू अबोले
किनी पत मंदरियां आवां हो
जेठ अबोले, जेठानी अबोले
किनी पत मंदरिये आवां हो
सास मनावां, ससरा मनावां
डंकारा समूचे आया हो
जेठ मनावां जेठानी मनावां
तेल-सिन्दूर लई आवां हो
देवर अबोले, देवराणी अबोले
देवर मनावां, देवराणी मनावां
फलड़ा लई ने आवां हो
यो मड़ गाजे, भेरूजी नौबत बाजे
पुत्र अबोले, कुलबऊ अबोले
पुत्र मनावां, कुलबऊ मनावां
घी-खिचड़ी लई ने आवां हो
मो मड़ गाजे, भैरूजी नौबत बाजे
नणंद अबोले, पनदोई अबोले
नणंद मनावां, नणदोई मनावां
आरती लई ने आवां हो
स्वामी अबोले, सोकड़ अबोले
किनी पत मंदरिये आवां हो
स्वामी मनावां, सोकड़ मनावां
रूपयो नारेक लई ने आवां हो