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हनुमान बाबा हो तुमई निमंते हो / बुन्देली
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बुन्देली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
हनुमान बाबा हो तुमई निमंते हो,
साँज साँजूते आइयो, काज समारन आइयो।
गनेश बाबा हो तुमई निमंते हो,
साँज सँजते आइयौ, काज समारन आइयो।
हरदौल सँजते आइयो, काज समारन आइयो।
घटोई बाबा हो तुमई निमंते हो,
साँज सँजूते आइयो काज समारन आइयो।
देवी मैया हो तुमई निमंते हो,
साँज सँजूते आइयो, काज समारन आइयो।