रचनाकार: |
तुम्ही हो माता पिता तुम्ही हो तुम्ही हो बंधु सखा तुम्ही हो ॥
तुम्ही हो साथी तुम्ही सहारे कोई न अपना सिवा तुम्हारे ।
तुम्ही हो नैय्या तुम्ही खेवैय्या तुम्ही हो बंधु सखा तुम्ही हो ॥
जो कल खिलेंगे वो फूल हम हैं तुम्हारे चरणों की धूल हम हैं ।
दया की दृष्टि सदा ही रखना तुम्ही हो बंधु सखा तुम्ही हो ॥