भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

बेफिकरा / निशान्त

Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 15:25, 9 मई 2015 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=निशान्त |अनुवादक= |संग्रह=आसोज मा...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मणोमण पाणी
‘टॉयलेट‘ मांय गाळणियां नै
ए.सी. गाड्यां माथै चालणियां नै
जाबक ई ध्यान नीं है
कै सूकता जा रेया है
बां री मौज-मस्ती रा सरोत
अर ध्यान है भी तो
सोचै - घणांई है
आपां स्यूं पैलां
मरणिया
आं चीज्यां बिना ।