भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
पंचबाण / अंकावली / सुरेन्द्र झा ‘सुमन’
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:53, 20 मई 2015 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सुरेन्द्र झा ‘सुमन’ |अनुवादक= |सं...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
नीलोत्पल अरविन्द अशोक चूत नवमल्ली
पंच बाण कामक सुविदित पुर-कानन-पल्ली
सम्मोहन उन्मादन शोषण तापन स्तंभन
पंच वाण पौराणिक काव्य - जगत अनुरंजन
किन्तु वास्तविक जागतिक विषय इन्द्रियक सुख सुगम
रूप रम्य, मधु धुनि, मधुर रस, मृदु परस, सुगन्ध सुम