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मातंगी / अंकावली / सुरेन्द्र झा ‘सुमन’

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श्याम वरन, दृग अरून, तरुन शशि शीश विराजित
तीनि नयन, मधुवयन, रतन सिंहासन राजित
करथि चारि भुज असि - खेटक पाशांऽकुश धारन
मातंगी पद भजिअ चहिअ यदि भय क निवारन
मन मतंग उत्तंग अति अंकुश ज्ञान क विमल मति
उन्मद उद्गत प्रेम रति मातंगी पद - कमल गति

कमला -
कनक कान्ति, कौशेय वसन भूषित, नितम्बिनी
कमल पानि वर - अभय दानि, सिर हिम किरीटिनी
युग्म - युगल करिवर - कर कनक - कलश जल धारा
स्नपित नित्य कमला वितरथि सम्पदा उदारा
कसलासनि कमलालया कमल न किछु जनि आलया
तनि पद - कमल क आश्रया उरसा शिरसा मालया