भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
अछूत / प्रेमशंकर
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 15:07, 2 जुलाई 2015 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=प्रेमशंकर |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKCatKavi...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
अछूत
एक बिफरा हुआ घोड़ा है
जिसे तुम
अपने स्वार्थ के लिए
सुविधाओं की लगाम
प्रताड़ना की सैंटी
और
सुविधाओं के चारे से
सदैव साधते रहे हो!