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लार्ड वेंकटेश्वर / रामकृष्ण पांडेय
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तिरुमला की पहाड़ियों पर
आप ख़ुश तो हैं
लार्ड वेंकटेश्वर ?
तीन हज़ार फ़ीट की ऊँचाई से
दुनिया कैसी नज़र आती है
लार्ड वेंकटेश्वर ?
कैसे दीखते हैं लोग
तिरुपति की गलियों और बाज़ारों में ?
जब तक ये लोग हैं
तब तक आप भी हैं
लार्ड वेंकटेश्वर