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पूसी बिल्ली / द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी

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पूसी बिल्ली, पूसी बिल्ली
कहाँ गई थी?
राजधानी देखने मैं
दिल्ली गई थी!
पूसी बिल्ली, पूसी बिल्ली
क्या वहाँ देखा?
दूध से भरा हुआ
कटोरा देखा!
पूसी बिल्ली, पूसी बिल्ली
क्या किया तुमने?
चुपके-चुपके सारा दूध
पी लिया मैंने!