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तरी हरी नाना मोर नहा / शकुंतला तरार
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तरी हरी नाना मोर नहा नारी नाना रे सुवना
कितरी हरी नहा नारे ना
नारे सुवनाकितरी हरी नहा नारे ना
नारे सुवनाकि
आवो भईया बहिनी हमार
ना रे सुवनाकि
महतारी के महिमा अपार
रामगिरि तोरे माथ मुकुट नारे सुवाना कि
बइलाडिला हावे गोकुल धाम
नारे सुवनाकि
राजीव लोचन हावे संगम धाम
निरमल छईहाँ जिहाँ देंवता धामी के नारे सुवना कि
चंपाझर कुलेसर तीरित धाम
नारे सुवना कि इहें हमर चारों हे धाम
सोनधनहा धान के कटोरा के बंदन नारेसुवना कि
दानी मोरध्वज के भाग ल पाय
नारे सुवना कि
तुरतुरिया मा सीता माता आय
घासीदास बाबा के अम्मर हे बानी
नारेसुवना कि
पंथी मा कथा ल कहाय
नारे सुवना कि
छत्तीसगढ़ मा खुसियाली समाय