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मोर सपना के गाँव / शकुंतला तरार

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हाना-हाना मा डोले मोर सपना के गाँव
पाना-पाना हा बोले महतारी के नाव

झुनुक झेंगुरा हर गावे फुदुक टेटका मगन
आनी-बानी के फूल इहाँ हरियर उपवन
बाना-बाना मा बोले मोर सपना के गाँव
पाना-पाना हा बोले महतारी के नाव


धरे नांगर तुतारी धनहा बीजहा माटी
धरती दाई के दुलरवा के भुईयाँ थाती
गाना-गाना मा झूमे मोर सपना के गाँव
पाना-पाना हा बोले महतारी के नाव


ऐंठी,चूरी, महावर छिंटही लुगरा पहिरे
तीजा-पोरा मा ठमके बेनी फुंदरा झुमरे
रीति-रीति मा गावे मोर सपना के गाँव
पाना-पाना हा बोले महतारी के नाव

चंदा सुरूज चमके कोयली कुहुक गावे
भाखा- बोली मया के इहाँ मंदरस घोरे
ताना-बाना मा झूले मोर सपना के गाँव
पाना-पाना हा बोले महतारी के नाव