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तेरी मुट्ठी में ज्यान मेरी / मेहर सिंह

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जवाब सोमवती का

मनै भली बता बदमास तेरे संग ले राक्खे फेरे
तेरी मुट्ठी में ज्यान मेरी।टेक

तेरे तैं या किस नै बात कही सै
जो तेरे जचगी सही सही सै
नहीं सै जड़ै पति पत्नि में विश्वास, उड़ै कै बस्या करैं डेरे
न्यू कहगे विदवान खरी।

के बिगड़ग्या शेरखान का
दुश्मन बणग्या मेरी ज्यान का
जाईयो बेइमान का नास कित उल्टे पासे गेरे
करग्या वो जात बिरान मेरी।

पिया तेरे चेहरे ऊपर जर्दी
तनै मेरे गळ पै कटारी धर दी
तनै तै मेरी कर दी पूरी आस बहोत घणे लाड करे मेरे
उमर लाओ भगवान तेरी।

मेहरसिंह कोन्या पद थ्यावण का
ऐब तेरै लाग्या मुंह बावण का
तन्नै ना गावण का अभ्यास बहोत रंग देख लिए तेरे
होरी अकल हैरान तेरी।