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घायल घाटी / निदा नवाज़

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आज घाटी के लोगों ने
अपनी माँ को
अमृत पिलाया
कि अम्र हो जाए
मैया
किन्तु अमृत में
विष मिला था
घाटी का कण-कण
हो गया क्षत-विक्षत
और घायल घाटी का
सारा शरीर हो गया
विष सागर।