भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
आपनोॅ भारत / माँटी हिन्दुस्तान के / राहुल शिवाय
Kavita Kosh से
Rahul Shivay (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 05:42, 13 मई 2016 का अवतरण (Rahul Shivay ने आपनोॅ भारत / माटी हिन्दुस्तान के / राहुल शिवाय पृष्ठ [[आपनोॅ भारत / माँटी हिन्दुस्तान के /...)
वेद-ज्ञान के जे निर्माता
आदि ब्रह्म के पहिलोॅ ज्ञाता
विश्व केॅ राह दिखावै वाला-
आपनोॅ भारत ।
कला-ज्ञान, साहित्य के संगम
जहाँ प्यार के सगरो सरगम
विश्व केॅ शुन्य सिखावै वाला-
आपनोॅ भारत ।
नानक, सूर, कबीर के भूमि
महावीर प्रभु, बुद्ध के भूमि
धरम-करम के जग मेॅ शाला-
आपनोॅ भारत ।
सदा शांति के जे अनुगामी
सात नदी, गिरिराज के स्वामी
सौंसे जग मेॅ अजब निराला-
आपनोॅ भारत ।
रचनाकाल-२० जनवरी 2012