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फागुन पहुनमा / श्रीस्नेही
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देखी दुआरी पेॅ फागुन पहुनमा
धरती के चमकै बदनमा हो!
लाल-लाल पलास फूल टिकली-बिंदी,
ऐलऽ छै लेॅकेॅ सजनमा हो।
मंजर-टिकोला के झुमका फुदना,
गेहूँ के बाली-कंगनमा हो।
साड़ी छपौआ बूट्टा किनारी,
पिन्ही केॅ नाचै अंगनमा हो।
पयिा बयार सखि लोरी गावै,
रहि-रहि सिहरै परनमा हो।