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बरसा / अमरेन्द्र

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बरसा झमझम-झमझम झम
ठनका ठनकै छै की कम
बेंगो नै मारै छै दम
बरसा झमझम-झमझम झम ।

झिंगुर झनझन-झनझन झन
पानी घुसलै सब्भे कन
नानी के नाको छै दम
बरसा झमझम-झमझम झम ।

जे भींजतै ई बरसा में
गर्दन देतै फरसा में
रोग सतैतै फुलतै दम
बरसा झमझम-झमझम झम ।