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नैकी कनियां / दिनेश बाबा

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गेलै जुअनका हरोॅ में
बुढ़वा बैठलो घरोॅ में
दूध दुहलकै चुक्का में
दम मारै छै हुक्का में
नैकी कनियां हब-हब-हब
साग तोड़ै छै झब-झब-झब
हाथोॅ में खनकै कंगना
जबेॅ बटोरै छै एँगना
नकबेसर की चमकै छै
पायल गोड़ में झमकै छै
भीमा नैं खैतौ खिचड़ी
कुईां पर जैतौ पिछड़ी
पूस रोॅ बगिया लब-लब-लब
मिली केॅ खैबोॅ गब-गब-गब