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बाजै छै बीन / भाग-1 / सान्त्वना साह

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हे भगवान

हे भगवान, हे भगवान
दैदेॅ हमरा विद्या-दान
बच्चा-बुतरू सब अंजान
खेलोॅ में बसलोॅ छै प्राण
दादी-नानी केरोॅ जान
छी नादान! देॅ वरदान!

कौआ कक्का

कौआ रे कक्का
आम दे पक्का
भौजी दै छै
खाली मुनक्का
भैया धुम-धुम
मारै छै मुक्का
दादी झप-झप
भुज्जा के फक्का
दादा थुल-थुल
फुकै छै हुक्का
एक आम पक्का
दै दै रे कक्का
सब दिन तोर्है
कहबौं कक्का!

गुड़ोॅ रोॅ डल्ली

काना रे कलतुल्लम-तुल्ली
पीपर गाछी मारै गुल्ली
ढेपोॅ मारी तोड़ै फुल्ली
आम-बगीच्चा खेलै गुल्ली
भौजी रूसी जाय छै चल्ली
भैया मारै पीछू सें गुल्ली
क, ख, ग, घ लिखै छै खल्ली
मुनिया चाटै गुड़ोॅ रोॅ डल्ली
खाबै में नै रूसिहौ लल्ली
दू, चार, छोॅ, आठ देवौ गुल्ली।

फगुआ

फेरू फगुआ ऐलै भैया
नाचवै हम्में ता-ता थैया
ठुमुक-ठुमुक पायल बजवैया
जेरा भरी केॅ रंग खेलवैया
खुट्टा तोड़ी भागलै गैया
खोजै लेॅ बंशी बजवैया
हम्में बनवै किसन कन्हैया
रास रचैवै जाय अमरैया
भौजी बनतै यशोदा मैया
नन्द बाबा तों बनिहोॅ भैया
पूआ-पूड़ी भरलोॅ थरिया
लै केॅ फगुआ ऐलै भैया।

गाछ लगावोॅ

गाँव-गाँव आ शहर-शहर में
करवै नित परचार हो
गाछ-बिरिछिया खूब लगाय केॅ
करिहोॅ परोपकार हो
दूषित हवा केॅ साफ करै
प्राण वायु के दान हो
हरिाली बचाय केॅ भैया
राखिहो अपनोॅ मान हो।
जगदीश चन्द्र बसु ने भैया
कहलेॅ छै यही बात हो
गाछ-बिरिछयो हँसै-गाय छै
रीन्है आरो खाय हो।


हुक्का-पाती

सनसनाठी हुक्का-पाती
जारोॅ झप-झप दीया-बाती
ऊँट-मछरी, घोड़ा-हाथी
चिन्नी के खिलौना बाँटी
घरकुंडा रोॅ केबड़ा काटी
घुसतै गुड़वा-गुड़िया साथी
सर-सर हावा चलतै माँती
सजलोॅ-धजलोॅ सब बरियाती
छम-छम पायल बजतै राती
धूम मचैतै संगी-साथी।

पीपर

हौले-हौले डोलै छै
पत्ता-पत्ता बोलै छै
ठंडा हवा बहै छै
पीपर झूमी गाबै छै
आवोॅ नूनू गाछी तर
सुस्ती ऐथौं माटी पर
सोन्होॅ-सोन्होॅ खिच्चा फोॅर
चुनी-बिछी केॅ लै जा घोॅर।

सोनचिरैया

सोनचिरैया आवोॅ नी
लोरी गाय सुनावोॅ नी
नुनू केॅ बहलावोॅ नी
खुददीचुन्नी खावोॅ नी
रोजे भोरे आवोॅ नी
दिन भर साथ रहोॅ नी
सुन्दर पाँख सलोनी
सौंसे एंगना डोलोॅ नी।

दिवाली

दीप-दिवाली आवै छै
खील-खिलौना आनै छै
लावा-मूढ़ी फाँकै छै
कुढ़िया-पुछिया साजै छै
हुक्का-पाती खेलै छै
बम-पटाखा फोड़ै छै
छम-छमाछम नाचै छै
ढम-ढमाढम बाजै छै
घुरनी धूम मचावै छै
खुब्बे मजा दिलावै छै।

सोन मछरिया

साग तोड़ै लेॅ जाय छी
बकरी चराय छी
सोनमछरिया मारै छी
अटठा-गोटी खेलै छी
घरगोट सजावै छी
डफली बजावै छी
चिड़ियाँ चुनमुन देखी केॅ
घोॅर घुरी आवै छी।