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बाजै छै बीन / भाग-4 / सान्त्वना साह

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घंटी

टन-टन, टन-टन घंटी बाजलौ
दौगी चल इस्कूल
देरी करी केॅ जैभैं तेॅ
लागतौ सबकेॅ रूल
सिस्टर जी ने पाठ पढ़ैतौ
जइहैं नै तों भूल
रट्टी-रट्टी करिहैं याद
तभिये खिलतौ फूल।

मामा

हे रे नुनू-हौवेॅ देखैं
ऐलोॅ छौ मामा
सौलखा कमीज आरो
उजरोॅ पाजामा
हाथों में दोना
कानोॅ में सोना
छोड़ी खेलौना
पारें बिछौना।

माय गे

माय गे माय, डंडा दे
से हो डंडा कथी लेॅ
गेया चरावै लेॅ
सेहो गैया कथी लेॅ
दुधवा दुहावै लेॅ
सेहो दुधवा कथी लेॅ
नुनू केॅ पिलावै लेॅ
सेहो नुनू कथी लेॅ
बरियो बनावै लेॅ
नुनू बरियो कथी लेॅ
गुल्ली-डंडा खेलै लेॅ
गुल्ली-डंडा खेलै लेॅ।

चान मामू

चान मामू, चान मामू-आवोॅ नी
अन्हरिया भगावोॅ नी
चुनिया केॅ मनावोॅ नी
नेमचूस बिस्कुट आनोॅ नी
पप्पा केॅ फुसलावोॅ नी
मम्मी केॅ बहलावोॅ नी
बग्घी चड़ी आवोॅ नी
नानी कन लै चलोॅ नी।


नाना-नाती

नाना-नाती चल बरियाती
आगू-पाछू घोड़ा-हाथी
ढोल-तुतरू, ढाक संझाती
कस्सी केॅ बान्ही लेॅ गांती
नानी के ऐलोॅ छै पाती
रेसतेॅ रहियै दीया-बाती
बूंट-गहूंम-जौ पिछाती
खायले नुनू तीन चपाती।

टुन्ना-मुन्ना

टुन्ना-मुन्ना-भाय
कोठी तर नुकाय
खटमिट्ठी चोराय
चाटी-चाटी खाय
मुन्ना सिसुआय
टुन्ना दुलराय
सीसी नै कर भाय
नैतेॅ आवी जैतोॅ माय।

गूड़ोॅ रोॅ लाय

बिरजू भाय
गुड़ोॅ रोॅ लाय
माँगी केॅ खाय
खोंखै नुकाय
दीदी बोलाय
देलकै डंगाय
मूँ-हाथ धोलाय
ठोंकी सुताय
साँझे उठाय
देवौ मिठाय
सुती जो भाय
नै तेॅ चुरतौ माय।

लचर-पचर

दादी करै फदर-फदर
नुनू बाबू लचर-पचर
डम्हक साफली कचर-कचर
धानोॅ के लावा गबर-गबर
मुनिया बोलै पटर-पटर
चुनिा खाय चभर-चभर।

पिंकी दाय

पिंकी दाय
कानोॅ नै आय
नानी कन जाय
खइयौ मलाय
बेनिया डोलाय
नुनू सुताय
लेॅ जैभौं आय
कान्हा चढ़ाय।

काँव-काँव

कौआ करै काँव-काँव
कच्चे खाँव
पक्के खाँव
दादी करे झाँव-झाँव
कूटी खाँव
पीसी खाँव
मोॅन करै जाँव-जाँव
रूसी जाँव
पूछी जाँव।