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बाजै छै बीन / भाग-6 / सान्त्वना साह

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पिंजड़ा

लोहा के पिंजड़ा
पिंजड़ा मेॅ तोता
तोता बेचारा
पढ़ै पहाड़ा
बूँटोॅ के चारा
खाय केॅ डकारा
रंग छै हारा
खोजै सहारा।

पप्पू

पप्पू करै चोरी
दूधोॅ के कटोरी
करुवो तेल चभोरी
भरी देह घमौरी
मूढ़ी केॅ हलोरी
पातरोॅ जी मोड़ी
लप-लप पकौड़ी
भर जेब देहौरी
पप्पू करै चोरी
दूधोॅ के कटोरी।

मान-मनौव्वल

चम्पा आ चमेली रानी
छन्है-छन्है माँगै पानी
हम्में खैवौ सतुआ पानी
तोहें खैइयैं खुआ लानी
ललचहिया रङ ताकै रानी
रूसी सुतै चद्दर तानी
मान-मनोव्वल करै छै नानी
गोदी मेॅ घुसियैलै रानी।

गोल चुक्का

पोखरी गे पोखरी
माटी दे
सेहो माटी कथी लेॅ
कुम्हारोॅ केॅ दियै लेॅ
से हो कुम्हार कथी लेॅ
चकवा चलावै लेॅ
से हो चकवा कथी लेॅ
गोल चुक्का बनावै लेॅ
से हो गोल चुक्का कथी लेॅ
दुधवा दुआवै लेॅ
से हो दूधवा कथी लेॅ
नुनू बाबु पीयै लेॅ।

पोखरी

गाछी तर पोखरी
पोखरी में मछरी
मछरी में फँसरी
डाली केॅ ससरी
ससरी केॅ रसरी
खोजै छै मगरी
मगरी के टेंगरी में
फँसी गेलै मछरी।

लेधू सेठ

लेधू सेठ
हड़िया रङ पेट
चटटी पर सेट
भातोॅ सें भेंट
रोटी लपेट
चिन्नी समेत
चललै खेत
लेधू सेठ।

चम-चम

मोती करै चम-चम
पायल बाजै झम-झम
पप्पी नाचै छम-छम
चूड़ी बोलै खन-खन
कलसी बाजै ढन-ढन
माछी करै भन-भन
घंटी बोलै टन-टन
मोॅन करै सन-सन।

हार

मोती के हार
पिन्ही सम्हार
करै विचार
सखी मिली चार
केना जैवै पार
दादी चौकीदार
साटोॅ के मार
टूटी जैतोॅ हार।

कारी गैया

कारी-कारी गइया
लाल-लाल बछिया
मिट्ठो-मिट्ठोॅ रसिया
खिच्चा-खिच्चा बतिया
झूल-झूल टूसिया
रूस-रूस पूसिया
मोटी-नाटी गुड़िया
छोटोॅ-बड़ोॅ केसिया।

मुड़ली बटेल

मुड़ली बटेल
साढ़े तीन कनमा तेल
कुच्छू कानी मेॅ देल
कुच्छू नाकी में देल
कुच्छू मलिया में लेल
कुच्छू डंडा में पेल
कुच्छू खसिया में देल
कुच्छू छुच्छे धकेल।