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हों में हों मिलैंनें जो / नंदकिशोर शर्मा

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हों में हों मिलैंनें नूँनूँ, हों में हों मिलैंनें जो।
जन्नेॅ बहै बियार पीठ तोॅय, अप्पन उनेॅ घुमैनें जो।

लंद-फंद में पंडित कपटी
मुंहजोरबा मुखिया कहलैतौ
जेक्कर लाठी भैंस ओकर छै
केकरा कहभीं के पतिऐतौ
कुंइएँ में जब भांग मिलल छै, ताबरतोड़ पिलैंनें जो।
हों में हों मिलैंनें नूँनूँ, हों में हों मिलैंनें जो।

केतनों रहतौ मैला चिक्कठ
कहतै दुनियाँ ओकरा उजरा
चरितहीन बैमान रार कैय्
कहै जमाना साफे सुथरा
जग के जे रंगबाज, रात दिन पूजा ओकर कैने जो।
हों में हों मिलैंनें नूँनूँ, हों में हों मिलैंनें जो।

आव गरीबी रेखा नीचा
पक्के वाला आबै छै
पुलिस देख केय् चोर सें ज्यादा
सरीफे लोग डेरावै छै
सुबह-शाम सब मारतौ सैलुट, टीक सें टीक लड़ैनें जो।
हों में हों मिलैंनें नूँनूँ, हों में हों मिलैंनें जो।

सत के नैया डूबल नूनू
झूठ के ठीकेदारी छै
ढनमन भेल हॉस्पीटल स्कूल
सगर घोटला जारी छै।
नेताजी सफेद लगै छौ, फोटो साथ खिचैने जो।
हों में हों मिलैंनें नूँनूँ, हों में हों मिलैंनें जो।

वादा के खेती सें खैतौ
वरस नै पुरतौ फेरो ऐतौ
हुक्का, चीलम, खैनी, बोतल
जेन्ना मानभी तेना मनइतौ
बिजली पानी सड़क ऊ टुट्ठल, एक्कर गीत सुनैने जो।
हों में हों मिलैंनें नूँनूँ, हों में हों मिलैंनें जो।

गेहूँ छिटलौं मेंथ उपजलै
हॉ-हॉ सगरे खेत उपजलै
एगो दाना सवा रूपा के
सब भगवानी नेत उपजलै
फुट्ठल तोर कटोरी नूनू, जे मिल्लौ सें खैने जो।
हों में हों मिलैंनें नूँनूँ, हों में हों मिलैंनें जो।