सारस बरगी जोट बणाकै / रणवीर सिंह दहिया
तफजुल हुसैन अब वापिस लौटते समय सांपला और मांडौठी के सरकारी दफतरों को भी आग देते गए। अंग्रेज अफसरों ने लिखा है कि उच्य वर्ग के लोगों से छोंटों तक सबकी हमदर्दी बादशाह के सैनिकों और बागियों के साथ है। परन्तु ज्यों ही रोहतक जिले में अंग्रेजी सत्ता समाप्त हुई किसान लोग कबिलाई आधार पर आपस में लड़ने लग गये। इन्हीं हालात में कम्पनी सरकार ने जी.डी लाक डिप्टी कमिश्नर को भारतीय रैजीमेंट वेफ साथ रोहतक पर काबू पाने के लिए दोबरा रवाना कर दिया। खिड़वाली गांव के लोग आपस में इन बातों पर चर्चा करते हैं और गाम गुहांड में एकता बनाने की बात करते हैं। क्या बताया भलाः
सारस बरगी जोट बणाकै, सब हों कट्ठे नर और नारी हो
खान फैक्टरी स्कूल मैं जाकै, साझा सघर्ष का बिगुल बजाकै
देश नै माना आजाद कराकै, यो फिरंगी घणा अत्याचारी हो॥
मजबूत यूनियन बणाकै, आपस के सब मतभेद भुलाकै
टी सी चमचा गिरी मिटाकै, बणै ढाल एकता न्यारी हो॥
न्यारे-न्यारे कड़ नै तड़वाकै, बैठे अपने घर नै जाकै
एक दूजे की चुगली खाकै, कुल्हाड़ी अपने पाहयां पर मारी हो॥
देखो उत्तर प्रदेश मैं जाकै, आंख खोल चारो तरफ लखाकै
हरियाणे तै चिट्ठी मंगवाकै, बूझो जो झूठी बात म्हारी हो॥
या जात पात की खाई हटाकै, सही गलत का अन्दाज लगाकै
साझे हकां की लिस्ट बणाकै, करां आजादी की तैयारी हो॥
इनके राज ना सूरज छिपता, इनके साहमी कोए ना टिकता
नहीं इनका यो भकाना दिखता, म्हारी सबकी खाल उतारी हो॥
ईस्ट इडिंया पै लुटवाकै, कई हजार करोड़ मुनाफा दिवाकै
म्हारे कान्ही फेर हाथ हिलाकै, कहते किस्मत माड़ी थारी हो॥
उल्टे सीधे म्हारे पै कानून लाकै, साथ जेल का डर दिखलाकै
फेर पुलिस पै गोली चलवाकै, फिरंगी करेगा हमला भारी हो॥
पूरी जनता साथ मिलाकै, हरतबके नै या बात समझाकै
ना रहै रणबीर कहै कसम उठाकै फेर फिरंगी भ्रष्टाचारी हो॥