धन संसद का प्रधानमन्त्री / पवन करण
धन-संसद का प्रधानमन्त्री सबसे ऊपर है
धन संसद का ताक़तवर प्रधानमंत्री सरेआम
हमारे प्रधानमन्त्री की पीठ ठोकता है
बदलकर जिसकी ठुकन
हमारी कमर पर लात की तरह पड़ती है
धन-संसद के अन्य मन्त्री
दफ़्तर में तेज़ चलते पंखे के नीचे
फ़ाइलों में काग़ज़ों की तरह फडफ़ड़ाते
हमारे मंत्रियों को जमीन और जंगल के उन
कांटों के बार-बार उग आने
और उनकी कमीजे फाड़ते जाने के लिये
जमकर फटकार लगाते हैं
हमारे चुने हुए प्रधानमंत्री की
अगुवाई में धन संसद के
गले में हाथ डाले हमारी संसद
हंसते हुए उससे कहती है
बड़े भाई तुमने तो खदानें खोदने से पहले
हमारीं जड़ें ही खोद डालीं
धन-संसद देश की नदियों को
अपनी जेब में बाद में भरती है
उससे पहले हमारा प्रधानमंत्री
धन-संसद के प्रधानमंत्री के
पीने के लिये पानी का ग्लास भरता है
धन-संसद में कोई विपक्ष नहीं है।