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सो कायथ हम नाहिँ / शब्द प्रकाश / धरनीदास
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सो कायथ हम नाहिँ, जो देवीपुत्र कहावेँ। सो कायथ हम नाहि, जो मिथ्या वानि बोलावै॥
सो कायथ हम नाहिँ, जो काहुक लेख धरावेँ।...
सेवक हँे सव साधु के, विनु मसि अंक सनेहिया।
धरनी गुरु उपदेश ते, रहा अगम तेहि गम किया॥19॥