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चक्र चल रहा है वेग से... / केदारनाथ अग्रवाल

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चक्र चल रहा है वेग से अत्यधिक

प्रमाद से कुचल दिए गए हैं पथिक

दुखान्त के रथ का सारथी है बधिक ।