मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
से बाबा हौ बाऽऽ बाऽऽ
आब कनिको दरशनमा दीयौ
अधपेरियामे
आब कनिको दरशनमा हौ बाबा
दीऔ अधपेरियामे ने यौऽऽ
आ हौ एको रत्ती नजरिया उठाके
हमरा ऊपरमे ताकि दियौ
एक्को रत्ती नजरिया बाबा
हमरा पर ताकि दिौ यौऽऽऽ।।
से बाबा हौ बाऽऽ बाऽऽ
आब कनिको दरशनमा दीयौ
अधपेरियामे
आब कनिको दरशनमा हौ बाबा
दीऔ अधपेरियामे ने यौऽऽ
आ हौ एको रत्ती नजरिया उठाके
हमरा ऊपरमे ताकि दियौ
एक्को रत्ती नजरिया बाबा
हमरा पर ताकि दिौ यौऽऽऽ।।