मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
मुँह से खींचै छै मालीन
दादा सतबरता के
आ मुँह से खींचै मालीन
दादा सतबरता के।
मारि देलकै झपटबा
मारि देलकै झपटबा दुलहिनियाँ
सती दुलहिनियाँ के-2
मुँह से खींचै छै मालीन
दादा सतबरता के
आ मुँह से खींचै मालीन
दादा सतबरता के।
मारि देलकै झपटबा
मारि देलकै झपटबा दुलहिनियाँ
सती दुलहिनियाँ के-2