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यौ एत्तेक बात मोतीराम सुनैय / मैथिली लोकगीत

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मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

यौ एत्तेक बात मोतीराम सुनैय
हा तकर जबाब मोती दुलरा करैय
सुनऽ हौ सुन लय राजा दरबी
राजा महिसौथामे घर हमर लगै छै
हा तीन भाइ भइचारी लगै छै
सबस जेठ सलहेस नरूपिया
हा जिनको से छोट आइ मोती दुलरूआ
हमर नाम मोती से पड़ि गेल
हमरा जे छोट जे बौआ बुधेसर
सबस छोट बहिन बनसप्ति
बहिन बसैय सतखोलियामे
हौ अपन ब्याह है एहिठाम करैबैय
अपने ब्याह कारण अगुआ भेजलियै
केना नइ दिन हौ राजा मनलीयै
केना यौ बान्हि बनिसार राजा देलहक।
हाँ जहिना बान्हि बनिसार राजा देलह
आ तहिना आइ बान्हि तोरा राजा दयबैय हौ।।
हौ एत्तेक बात मोतीराम कहै छै
तरबा लहरि आइ राजा के चढ़लै
खड़े डाँट जे राजा डँटै छै
सुनऽ सुनऽ हौ बाट बटोही
जान के काज आइ तोरा लगै छह
हा भागि तऽ तीसीपुर से जइयौ
नै तऽ बान्हि तऽ बनिसार तोरा दइबह हौ।