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तब जवाब दुर्गा दै छै / मैथिली लोकगीत

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मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

तब जवाब दुर्गा दै छै
सुनऽ गे बेटी मलीनियाँ सुनि ले
चुहरा गै नौकरी खारिज भऽ गेल
चुहरा बदला गै नौकर छेलै
चन्द्रा कोहबर पहरा छेलै
देवता पारमे चोरी भऽ गेल
तहि कारणमे राजा कुलेसर
जेल घरमे स्वामी के देलकौ
हाजत घरमे नरूपिया देवता कनैय गै।।