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हौ तब जवाब फूलवंती दै छै / मैथिली लोकगीत

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मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

हौ तब जवाब फूलवंती दै छै
सुनऽ सुनऽ हौ बाबू सुनिलय
हौ लबका हौ बन्हुआ जइ दिन बन्हलऽ
राजा महिसौथा के बन्हुआ छियै
हौ ओकरे पर अँचरा हौ बाबू बन्हलीयै
जाति भाइ घरमे अगिया लगौलियै
ओकरो पर अँचड़ा हमहुँ बन्हलीयै हौ।।
एत्तेक बात राजा सुनैय
अपनामे विचार करैय
सुन रौ पलटनियाँ दिल के वार्त्ता
कड़ा सवाल राजा के दैये
छीही मलीनियाँ मालि के बेटी
केना दुसाध पर अँचड़ा बन्हले
केना बान्ह खोलबै लय एलै
तेकरो हलतिया हमरा आय बता दियौ यै।।