घोघ उठिते धरि बिगरि गेलय
बात सीधा जे छल नमरि गेलय
बंद बोतल शराब जकाँ छल
ओ खुलिते जेना चहरि गेलय
रूप पछवा देखि सिहकल मोन
पोरे-पोर जेना सिहरि गेलय
मजलिस मे जिनकर चर्चा छल
ओ नजरिमे एखन उतरि गेलै
नीतीशकेँ दूरेसँ सिहावइ छल
ओ दिन छल आब गुजरि गेलय