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ज़िन्दगी / मोहन कल्पना
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ऐं पुछियो नारदमुनीअ हिकिड़ो
सुवाल:
ज़िंदगीअ जो रूपु छाहे?
खिन पलक जी माठि बाद
भॻवान उत्तर ही ॾिनो:
ज़िन्दगी आ हिकु उहो वणु अफ्रीकी
जेको प्राणीअ खे ॾिसी
शाख़ुनि खे ॿांहुनि जियां वधाए
ऐं निपूड़े साहु थो हुन जो कढे...