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आज़ादीअ जो अर्थु / आसन वासवाणी 'मजबूर'

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आज़ादीअ जो सही मतलबु
उन्हनि क़ाबिल सियासतदाननि
हुकुमाननि, धार्मिक नेताउनि, बाला आफ़ीसरनि
कारख़ानेदारनि, समाजिक कार्यकर्ताउनि,
दादागीरनि समुझियो आहे
जिनि देश, धर्म, मज़हब, सूबे, जाती
तरक़्क़ी, बहबूदी, इंतज़ाम: अख़लाक़ जा
नारा बुलन्द कन्दे
मुल्क जी हस्ती, आईंदा लाइ
ख़तरनाक़ हालत पैदा कन्दे बि
पंहिंजीअ कुरिसी, अहमियत, दौलत ते
क़ब्ज़ो बतौर क़ाइमु रहियो आहे।
इज़ अनसिवाइ ग़रीब, यतीम अॿोझ अवाम खे
ईन्दड़ अनेक सदियुनि ताईं
अञ बि वधीक कुर्बानियुनि करण लाइ
आमादा कयो आहे।

आज़ादीअ जो सही मतलबु
उन्हनि मुफ़किरनि, आलिमनि, अदीबनि,
अदाकारनि, लेखकनि, अख़बारनवीसनि
मीडिया वारनि, साइंसदाननि, मौक़ा परस्तनि
जिनि मज़कूर हालत में
नफ़े नुक़्सान जी तक तोर कन्दे
जु़ल्म, ज़ालिम, मज़लूम जे बारे में
करीब चुप रहण जो कसमु खाधो आहे
या त
तन्ज़ीम जी तिखी वकालत कन्दे
उन में शमूलियत करण जो
पुरजोश इज़हारु कयो आहे।