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सोझिरो / अर्जुन ‘शाद’

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हिक सोझिरे जी सिक
सालनि खां सीने अंदर खणी
हलंदर आयासीं;
पर किनि खे ऊँदहि सां इश्कु आहे
सोझिरे जे अचण जा इम्कान ॾिसी
ऊँदहि खे सोझिरे मथां उछिलाइण लाइ
ॾींहु रात हिकु करे रहिया आहिनि!