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हिंदोरो / अर्जुन ‘शाद’
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असल में ज़िन्दगी
हिक दुखन जी भरी आहें
जंहिं खे असीं
हिंदोरे में विझी हलूं था
ऐं इहो गुमान था करियूं
त
ज़िन्दगीअ मकें
हिंदोरे जो आनन्द आहे!