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परमात्मा... / अर्जुन ‘शाद’

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त मूंखे
तो सां निबाहिणो आहे
या दुनिया सां?
तो सां थो निबाहियां
त दुनिया खां थो वञां
दुनिया सां थो निबाहियां
त तो खां थो वञां
हर हालत में
नुक्सान मूंखे ई आहे;
त घोइ छो न
फ़ाइदे जी ॻाल्हि सोचे
मां फ़क़त
पंहिंजो पाण सां ई निबाहियां!