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हॾाओं पिञरो / हरूमल सदारंगाणी ‘ख़ादिम’
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मास खाई वियो मकातादार
खू़न चूसियो
मिली
अमलदारनि
हाणि
आहिनि रहियूं
सड़क जूं
हॾियूं
पासरियूं
कुझ मलम
के फट
ऐं पटियूं!