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खादी तलावर / हूँदराज दुखायल
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थल्ह:
खादीअ वारा, जउ माई चउ! खादी घुर्जे: वाल घणा?
वालु घणे, माई आना चार, यारहां वाल, जल्दी फााड़ि।
गांधीअ जो फरमान थियो आ, पहिरे खादी हर नर नार
खादीअ वारा, चउ माई चउ ....।
विदेशी कपड़े जी आ सरासर, बुॾल ज़हर में हरहिक तार
खादीअ वारा, चउ माई चउ ....।
भारत खे आज़ाद करण लइ, घुरिजे खादीअ जी तलवार
खादीअ वारा, चउ माई चउ ....।
हाय टुकर लइ बच्चा असांजा, लड़फनि फथकनि सवें हज़ार
खादीअ वारा, चउ माई चउ ....।
दुखी देस माता खे भाउरो, कुर्बानीअ जी आ दरकार
खादीअ वारा, चउ माई चउ ....।
जागु ‘दुखायल’ जाॻणु घुरिजे, गफ़लत छॾि ऐं थी होशियार
खादीअ वारा, चउ माई चउ ....।