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ईंजोरिया / रूप रूप प्रतिरूप / सुमन सूरो

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उठोॅ देखोॅ हे दाय! फेनोॅ रं उजरोॅ अन्हार भेलै।
धुरि-फुरि ऐलै विसाती ईंजोरिया
छिरियैने-छिरियैने रेशम के डोरिया
नीमी पर बेली पर, चम्पा-चमेली पर
देखोॅ हे दाय! सोखरोॅ पसारी केॅ पार भेलै।
धरती केॅ देलकै सरंङोॅ के मोती
लागे छै भीती पर सूखै छै धोती
घरोॅ में ओसरा पर चौरा पर पिपनी पर
देखोॅ हे दाय! उजगी परोसी छिनार गेलै!